parvat pradesh mein pavas kavya saundarya ,puri kavita mei [ 5 marks]

उत्तर-
कविता में तत्सम शब्दावली का सुंदर प्रयोग किया गया है। मानवीकरण अलंकार की छटा पूरी कविता में बिखरी हुई है। कहीं-कहीं पर अनुप्रास अलंकार का सौंदर्य भी विद्यमान है। शब्दों को सुनने मात्र से ही कविता आँखों में साकार हो जाती है। सुमित्रानंदन पंत की कविताओं का यह सहज गुण है। भाषा सरल व सहज है। माधुर्य गुण का समावेश इसके सौंदर्य में चार चाँद लगा देता है। 

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