Pakshi aur Badal Bhagwan ke dakiye hae .
Is vishaye par ek choti si Kavita likhen (Please don't give the poem written in NCERT hindi book of class 8 . Please give some other poem).
And also ,
Ek samvaad ( dialogue writing ) ke dwara dikhaye ki yeh Bhagwan ke dakiye kaise hae ?
(Aap iski samvaad ke alawa kahani ke roop me bhi prastuti Kar sakte hae. )
No anuched lekhan (paragraph writing ) please.

मित्र!
आपके पहले प्रश्न का उत्तर आपको स्वयं करना पड़ेगा। दूसरे प्रश्न का उत्तर हम दे रहे हैं। वह इस प्रकार है-
गोविंद - क्या सोच रहे हो?
राम - देखो! बादल एक देश से दूसरे देश में आ रहे हैं। वह बिना किसी भेदभाव के अपना जल लोगों पर बरसाते हैं। धर्म, जाति, रंग इत्यादि से उनको कोई फर्क नहीं पड़ता है। सब पर समान रूप से अपना जल बरसाते हैं। यही पक्षी भी करते हैं। कबूतर एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते हैं और प्रेम बरसाते हैं। इनको देखकर मुझे स्वयं पर घृणा हो उठती है। हमने मनुष्य जाति को अकारण ही बाँट दिया है।
गोविंद - सत्य कहा तुमने। मनुष्य ने मात्र अपने स्वार्थों का सोचा है। प्रकृति सबका सोचती है।

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