Letter in hindi on how you helped earthquake victims

 प्रिय मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है-

पता......
दिनांक ....

प्रिय मित्र रमेश,
बहुत प्यार!
आशा करता हूँ तुम व तुम्हारा परिवार वहाँ कुशलपूर्वक होगा। यहाँ भी सब कुशलमंगल है। मैं पिछले दिनों मामा जी के घर रुद्रपुर गया था। वहाँ पर भूकंप के कारण जो त्रासदी हुई, वो दृश्य बड़ा ही भयानक था। मामा का घर चूंकि समतल स्थान पर दूर था। अतः वह इस त्रासदी से बच गए। मामा तथा उनके मित्रों के साथ हम भूकंपग्रस्त स्थान पर सहायता हेतु गए। वहाँ पर लोगों के घर भूकंप के कारण टूट गए थे। सबकुछ तबाह हो गया था। लोग खुले में सोने को विवश थे। बच्चे रो रहे थे चारों तरफ अफरा-तफरी मची हुई थी । भुख और प्यास से लोगों का बुरा हाल था। यह स्थिति बहुत ही भयानक थी।
यह सब देखकर मेरा दिल द्रवित हो गया। ऐसा दृश्य मैंने जीवन में पहले कभी नहीं देखा। मानवता किसे कहते हैं मुझे यहाँ आकर पता चला। मेरे मामा जैसे लोग समूहों के साथ ऐसे लोगों के लिए खाना-पीना, दवाइयाँ लेकर गए थे। उन्होंने पीढ़ित लोगों की सहायता की तथा प्रयास किया कि उनके रहने के लिए दूसरे स्थानों कर इंतज़ाम करवाया जा सके। मैंने भी सोच लिया है कि मैं अपने जीवन में ऐसे लोगों के लिए कार्य करूँगा। यह मेरे जीवन का उद्देश्य है।
 
पत्र समाप्त करता हूँ। अपने माता-पिता को मेरा नमस्कार कहना। तुम्हारे पत्र का इंतजार रहेगा, पत्र अवश्य लिखना।
 
तुम्हारा मित्र
सुरेश कुमार 

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