खानपान की नई संस्कृति से राष्ट्रीय एकता किस प्रकार प्रबल होती है ?
मित्र हम आपको उत्तर लिखकर दे रहे हैं।
भारत विविधताओं का देश हैं। यहाँ अनेक धर्मों तथा समुदाय के लोग रहते हैं। उनकी अपनी वेशभूषा, संस्कृति तथा खानपान होता है।परंतु आज खानपान की नई संस्कृति ने इन सभी समुदायों को एक साथ जोड़ दिया है। आज हर एक राज्यों के स्थानीय व्यंजन हर स्थान पर सरलता से उपलब्ध हो जाते हैं। इससे हमारा उन समुदायों की संस्कृति से भी परिचय होता है। हम उनकी भाषा को जान पाते हैं।विभिन्न समुदायों के लोग आपस में मिलकर प्रेम तथा सद्भाव का व्यवहार करते हैं। इससे हमारी राष्ट्रीय एकता को बल मिला है।
भारत विविधताओं का देश हैं। यहाँ अनेक धर्मों तथा समुदाय के लोग रहते हैं। उनकी अपनी वेशभूषा, संस्कृति तथा खानपान होता है।परंतु आज खानपान की नई संस्कृति ने इन सभी समुदायों को एक साथ जोड़ दिया है। आज हर एक राज्यों के स्थानीय व्यंजन हर स्थान पर सरलता से उपलब्ध हो जाते हैं। इससे हमारा उन समुदायों की संस्कृति से भी परिचय होता है। हम उनकी भाषा को जान पाते हैं।विभिन्न समुदायों के लोग आपस में मिलकर प्रेम तथा सद्भाव का व्यवहार करते हैं। इससे हमारी राष्ट्रीय एकता को बल मिला है।