Hindi chapter Kar chale hum phidha
उत्तर :-
कविता में कवि ने वीरों के प्राण छोड़ते समय का बहुत ही मार्मिक चित्रण किया है । कवि कहता है कि वीरों की सांसें थमतीं जा रही थी, उनके प्राण निकल रहे थे, लेकिन इस समय में भी उन्होंने अपने कर्तव्य और अपने देश को अधिक महत्व दिया । और खुशी-खुशी अपने प्राणों की बलि चढ़ा दी । अपने प्राणों को न्यौछावर करके भी उन्होंने देश के सम्मान को झुकने नहीं दिया ।
कविता में कवि ने वीरों के प्राण छोड़ते समय का बहुत ही मार्मिक चित्रण किया है । कवि कहता है कि वीरों की सांसें थमतीं जा रही थी, उनके प्राण निकल रहे थे, लेकिन इस समय में भी उन्होंने अपने कर्तव्य और अपने देश को अधिक महत्व दिया । और खुशी-खुशी अपने प्राणों की बलि चढ़ा दी । अपने प्राणों को न्यौछावर करके भी उन्होंने देश के सम्मान को झुकने नहीं दिया ।