Solve this:
मित्र!
आपके प्रश्न के लिए हम अपने विचार दे रहे हैं। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
कन्यादान कविता से हमें ये सीख मिलती है कि माँ और पिता के साथ मिलकर घर की परेशानियों को समझना चाहिए। हमें इस भ्रम में नहीं रहना चाहिए कि सब ठीक है। हमें भावों को समझना आना चाहिए। कभी भी आभूषणों और खूबसूरती के घमंड में नहीं रहना चाहिए। कभी लालच नहीं करना चाहिए। अपने मन में करुणा, स्नेह, ममता इत्यादि भाव रखना लेकिन कमजोर मत होना। हमें हर चीज की जानकारी होनी चाहिए। अपने आप को मजबूत बनाना चाहिए। दुनिया के चाल चलन के बारे मे समझ होनी चाहिए।
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कन्यादान कविता से हमें ये सीख मिलती है कि माँ और पिता के साथ मिलकर घर की परेशानियों को समझना चाहिए। हमें इस भ्रम में नहीं रहना चाहिए कि सब ठीक है। हमें भावों को समझना आना चाहिए। कभी भी आभूषणों और खूबसूरती के घमंड में नहीं रहना चाहिए। कभी लालच नहीं करना चाहिए। अपने मन में करुणा, स्नेह, ममता इत्यादि भाव रखना लेकिन कमजोर मत होना। हमें हर चीज की जानकारी होनी चाहिए। अपने आप को मजबूत बनाना चाहिए। दुनिया के चाल चलन के बारे मे समझ होनी चाहिए।