Nimnalikhit muhaavaron ke bhaavon ki abhivyakti keejiye.........!!Udaharan sahit.....
उत्तर :-
(क) गुस्से से छटपटाना - बहुत अधिक क्रोधित होना
वाक्य - मोहन की बातों को सुनकर राम गुस्से से छटपटा कर रह गया ।
(ख) टकटकी लगाकर देखना - लालसापूर्वक देखना
वाक्य - मुकेश पेड़ पर लगे फल को टकटकी लगाकर देख रहा है ।
(ग) भयभीत होना - डर जाना
वाक्य - बालक कुत्ते को देखकर भयभीत हो गया ।
(घ) कुढ़ना - चिढ़ जाना
वाक्य - अपने पड़ोसी की तरक्की को देखकर राम कुढ़ता रहता है ।
(ङ) रूआँसा होना - रोने-रोने को होना
वाक्य - गुरुजी से थप्पड़ खाकर श्याम रूआँसा हो गया ।
(च) खुश होना - आनंदित होना
(क) गुस्से से छटपटाना - बहुत अधिक क्रोधित होना
वाक्य - मोहन की बातों को सुनकर राम गुस्से से छटपटा कर रह गया ।
(ख) टकटकी लगाकर देखना - लालसापूर्वक देखना
वाक्य - मुकेश पेड़ पर लगे फल को टकटकी लगाकर देख रहा है ।
(ग) भयभीत होना - डर जाना
वाक्य - बालक कुत्ते को देखकर भयभीत हो गया ।
(घ) कुढ़ना - चिढ़ जाना
वाक्य - अपने पड़ोसी की तरक्की को देखकर राम कुढ़ता रहता है ।
(ङ) रूआँसा होना - रोने-रोने को होना
वाक्य - गुरुजी से थप्पड़ खाकर श्याम रूआँसा हो गया ।
(च) खुश होना - आनंदित होना