Mahatma budh virudh baat ka aarth spast kijiye?
मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
महात्मा बुद्ध जब समाज कल्याण में लगे हुए थे, तब बहुत से लोग उनके विरोधी थे। कवि कहता है कि बुद्ध के विनम्र स्वभाव के कारण उनके विरोधी भी उनके सम्मुख झुक गए थे। वे समझ गए थे कि बुद्ध समाज का कल्याण चाहते हैं। अतः उनके आगे नतमस्तक हो गए।
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
महात्मा बुद्ध जब समाज कल्याण में लगे हुए थे, तब बहुत से लोग उनके विरोधी थे। कवि कहता है कि बुद्ध के विनम्र स्वभाव के कारण उनके विरोधी भी उनके सम्मुख झुक गए थे। वे समझ गए थे कि बुद्ध समाज का कल्याण चाहते हैं। अतः उनके आगे नतमस्तक हो गए।