टकराते हैं इससे बादल, तो खुद पानी हो जाते हैं ।
तूफ़ान चले आते हैं, तो ठोकर खाकर सो जाते हैं ।
जब-जब जनता को विपदा दी
तब-तब निकले लाखों गाँधी
तलवारों-सी टूटी आँधी
इसकी छाया में तूफ़ान, चिरागों से शरमाता है।
गिरिराज, हिमालय से भारत का कुछ ऐसा ही नाता है ।
(क) हिमालय से बादल और तूफानों का क्या हश्र होता है? पाठित कविता का शीर्षक 'हिमालय और हम' क्यों है?
मित्र
क. हिमालय से बादल और तूफान जब टकराते हैंं तो वर्षा होती है। इस कविता में हिमालय और भारत की समतुल्य स्थिति पर विचार किया गया है। हिमालय के सहायक होने और भारत के हिमालय पर निर्भर होने को दर्शाया गया है इसलिए पाठ्य कविता का शीर्षक हिमालय और हम है।
क. हिमालय से बादल और तूफान जब टकराते हैंं तो वर्षा होती है। इस कविता में हिमालय और भारत की समतुल्य स्थिति पर विचार किया गया है। हिमालय के सहायक होने और भारत के हिमालय पर निर्भर होने को दर्शाया गया है इसलिए पाठ्य कविता का शीर्षक हिमालय और हम है।