हमारे परिवाद में हमारे पास हिंदी पुस्तकें नहीं हैं, इसलिए इस बारे में लाइब्रेरियन को एक पत्र लिखें
मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
पता .............
दिनांक .............
सेवा में,
पुस्तकालय अध्यक्ष,
बाल विद्यालय,
विकास नगर, नई दिल्ली।
विषय- पुस्तकालय में हिंदी पुस्तकों की व्यवस्था करना।
महोदय,
सविनय निवेदन यह है कि मैं आपके विद्यालय में सातवीं कक्षा का छात्र हूँ।हमारे विद्यालय के पुस्तकालय में हिंदी पुस्तकों का सर्वथा अभाव रहता है। जिसके कारणवश हमें अध्ययन के लिए पर्याप्त पुस्तकें नहीं मिल पातीं। यदि हमें हिन्दी के किसी कवि या लेखक के विषय पर पुस्तकें चाहिए होती हैं तो पुस्तकालय की ओर से सदैव निराशा ही हाथ लगती है। हमारी कक्षा में मेरे जैसे बहुत से ऐसे विद्यार्थी हैं, जो अध्ययन हेतु पुस्तकें नहीं खरीद पाते। हमें इन पुस्तकों के अभाव के कारण खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन्हीं पुस्तकों के सहारे हम अपनी परीक्षा संबंधी तैयारियाँ करते हैं। हमने कई बार इस विषय में लाइब्रेरियन को बताना चाहा परन्तु उन्होंने इसमें अपनी असमर्थता ही दिखाई।
इसलिए मेरा आपसे अनुरोध है कि हमारे लिए हिंदी की नई पुस्तकें मँगवाई जाएँ। इसके लिए हम आपके सदा आभारी रहेंगे।
धन्यवाद
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
चमन शर्मा
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
पता .............
दिनांक .............
सेवा में,
पुस्तकालय अध्यक्ष,
बाल विद्यालय,
विकास नगर, नई दिल्ली।
विषय- पुस्तकालय में हिंदी पुस्तकों की व्यवस्था करना।
महोदय,
सविनय निवेदन यह है कि मैं आपके विद्यालय में सातवीं कक्षा का छात्र हूँ।हमारे विद्यालय के पुस्तकालय में हिंदी पुस्तकों का सर्वथा अभाव रहता है। जिसके कारणवश हमें अध्ययन के लिए पर्याप्त पुस्तकें नहीं मिल पातीं। यदि हमें हिन्दी के किसी कवि या लेखक के विषय पर पुस्तकें चाहिए होती हैं तो पुस्तकालय की ओर से सदैव निराशा ही हाथ लगती है। हमारी कक्षा में मेरे जैसे बहुत से ऐसे विद्यार्थी हैं, जो अध्ययन हेतु पुस्तकें नहीं खरीद पाते। हमें इन पुस्तकों के अभाव के कारण खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन्हीं पुस्तकों के सहारे हम अपनी परीक्षा संबंधी तैयारियाँ करते हैं। हमने कई बार इस विषय में लाइब्रेरियन को बताना चाहा परन्तु उन्होंने इसमें अपनी असमर्थता ही दिखाई।
इसलिए मेरा आपसे अनुरोध है कि हमारे लिए हिंदी की नई पुस्तकें मँगवाई जाएँ। इसके लिए हम आपके सदा आभारी रहेंगे।
धन्यवाद
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
चमन शर्मा