dhwani kavita mein kavi apne jeevan roopi upvan ko mehkaane ke liye kya kya karna chahta hai??

मित्र
ध्वनि कविता में कवि अपने जीवन रूपी उपवन को महकाने के लिए  वसंत के आगमन को  सकारात्मक रूप में  लेकर कहते हैं कि अभी तो उनके वन रूपी जीवन में वसंत आया है। अभी तो उनके जीवन में खुशियों तथा उल्लास का आगमन हुआ है। कवि अपनी इस कविता के द्वारा आलस्य में खोए रहने वाले व रास्ता भटके युवाओं को जीवन में विकास करने व विकास पाने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं। कवि ने फूलों व कोमल पत्तों, डालियों, कलियों आदि का प्रयोग युवाओं के लिए किया है। वह इस कविता के माध्यम से युवा पीढ़ी को भी भविष्य के प्रति उत्साहित तथा प्रेरित करना चाहता है। 

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