Desh ke liye tyaag hamara kartavya hai uspe vaad vivad

उत्तर :- 

देश के लिए और देश के हित में त्याग हर नागरिक का कर्तव्य है । यह हमारा सबसे बड़ा कर्तव्य होना चाहिए कि हम देश के हितों के लिए कार्यरत हो । एक देश उसके नागरिकों से ही बनता है , ना कि नागरिक देश से । और नागरिकों की देश के प्रति जो भी भावना है , उसका सीधा असर देश के विकास पर पड़ता है ।

हमने आपको उपरोक्त विषय पर आरम्भ करके दिया है , इस आधार पर आप अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं ।

वाद-विवाद के संबंध में और विस्तृत जानकारी के लिए आप हमारे वेबसाइट पर जा सकते हैं ।

 

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