Could you please answer the following question from the poem "parvat pradesh mein pavas" ? Thank you.
उत्तर– पर्वतीय प्रदेश में अचानक बादल आने और धुंध छाने से वातावरण अंधकारमय हो गया।इससे पर्वत अदृश्य हो गया और पहाड़ पर बहते झरने बहने दिखाई देने बंद हो गए अब बस झरनों की आवाज आ रही थी। अचानक ज़ोर की बारिश आने लगी और बढ़ती धुंध में साल के पेड़ गायब होने लगे। ऐसा लग रहा था जैसे पेड़ कट कर धरती में समा रहे हैं और अचानक से तालाब से धुआं निकलने लग गया जैसे आग लग गई हो। इस तरह भगवान इंद्र अपनी जादूगरी दिखाते हुए बादलों में घूम रहे थे, यह सारा परिवर्तन इंद्रदेव की जादूगरी था।