chhekanupras aur vratyanupras men kya anter hai?
नमस्कार मित्र,
अनुप्रास अंलकार के दो उदाहरण हैं- छेकानुप्रास और वृत्त्यनुप्रास। इनकी परिभाषा आपको दी जा रही है, जिससे आपको इनके अंतर को समझने में आसानी होगी।
छेकानुप्रास- अनेक व्यंजन वर्णों का जब एक बार ही सादृश्य होता है, तब उसे छेकानुप्रास कहा जाता है।
वृत्त्यनुप्रास- यदि एक या अनेक वर्णों का दो बार या दो से बहुत बार सादृश्य स्थापित किया जाए, तो वही वृत्त्यनुप्रास होता है।