CH
Lakh Ki Chudiyan help me to find the answer to this question
मित्र
1. लेखक अपनी छुट्टियों में मामा के गांव जाता था क्योंकि वहां पर उसे खेलने के लिए रंग बिरंगी गोलियां मिलती थी।
2. वस्तु विनिमय से तात्पर्य लेन-देन के लिए रूपए-पैसों के स्थान पर एक वस्तु का दूसरी वस्तु से क्रय-विक्रय करना है। जिस तरह से बदलू लाख की चूड़ियों के स्थान पर अनाज व कपड़े लिया करता था। वस्तु विनिमय की पद्धति गावों में प्रचलित है। यहाँ लोग अन्न के बदले अन्य किसी भी (खाने पीने व कपड़े) वस्तु से आदान-प्रदान कर लेते हैं। इस समय इस
पद्धति का स्थान रूपए-पैसों ने ले लिया है।
1. लेखक अपनी छुट्टियों में मामा के गांव जाता था क्योंकि वहां पर उसे खेलने के लिए रंग बिरंगी गोलियां मिलती थी।
2. वस्तु विनिमय से तात्पर्य लेन-देन के लिए रूपए-पैसों के स्थान पर एक वस्तु का दूसरी वस्तु से क्रय-विक्रय करना है। जिस तरह से बदलू लाख की चूड़ियों के स्थान पर अनाज व कपड़े लिया करता था। वस्तु विनिमय की पद्धति गावों में प्रचलित है। यहाँ लोग अन्न के बदले अन्य किसी भी (खाने पीने व कपड़े) वस्तु से आदान-प्रदान कर लेते हैं। इस समय इस
पद्धति का स्थान रूपए-पैसों ने ले लिया है।