ashiksha ke kuprabhv essay in hindi in 100-150 words
 

अशिक्षा' समाज और देश पर सबसे बड़ा कलंक है। अशिक्षा देश के विकास और स्वयं के विकास में सबसे बड़ी बाधा है। एक देश का कल्याण तभी संभव हो सकता है, जब तक की प्रत्येक देशवासी शिक्षित न हो। शिक्षा किसी एक वर्ग या पीढ़ी के लिए नहीं है बल्कि यह सबके लिए है। सामाजिक बदलाव के लिए देश के प्रत्येक व्यक्ति का शिक्षित होना आवश्यक है। अशिक्षा व्यक्ति की विचारधारा को रोक देती है। वह स्वयं को अंधविश्वासों और रूढियों में घिरा हुआ पाता है। जनता जितनी अधिक निरक्षर होगी, वे अपने देश का शासन चलाने के लिए सही व्यक्ति का चुनाव नहीं कर पाएगी। यदि देश का मुख्य प्रतिनिधि ही अयोग्य हुआ, तो वह देश को कैसे संभालेगा। हमें इस बात का भली प्रकार से ज्ञान हो जाना चाहिए कि अशिक्षा वह गहरी खाई है, जो देश के विकास को रोके हुए है। यदि हम चाहते हैं कि हमारा और देश का विकास हो, तो हमें शिक्षा को अपना होगा और अशिक्षा की जड़ों को उखाड़ फेंकना होगा।

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