Anuched es vishay par likhiye : Prakriti ka sandesh (Bhagwan ke Daakiye)
मित्र!
आपके प्रश्न के लिए हम अपने विचार दे रहे हैं। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
प्रकृति का संदेश (भगवान के डाकिए)-
प्रकृति का संदेश पहुंचाने के लिए भगवान ने पक्षी और बादल को डाकिए के रूप में जन्म दिया है। पक्षी और बादल बिना किसी लालच के और बिना किसी भेदभाव के सबको प्रकृति का संदेश देते हैं। सबके साथ सद्भावना, प्यार और स्नेह का संदेश बाँटते हैं। उनके संदेश नदियों में, पहाड़ों में, वृक्षों को, जीव-जंतुओं इत्यादि सबको एक समान प्राप्त होता है। प्रकृति का संदेश है कि सभी जीव मिलजुल कर रहें। आपस में सद्भावना का भाव रखें। नदी का जल समान भाव से सबके साथ बंटे। पर्वतों का अमूल्य खजाना सबके लिए उपलब्ध हो। वृक्षों के मीठे फल सभी मिलकर खाएं। अपने परिवेश को स्वच्छ साफ और पर्यावरण को प्रदूषण रहित रखें।
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प्रकृति का संदेश (भगवान के डाकिए)-
प्रकृति का संदेश पहुंचाने के लिए भगवान ने पक्षी और बादल को डाकिए के रूप में जन्म दिया है। पक्षी और बादल बिना किसी लालच के और बिना किसी भेदभाव के सबको प्रकृति का संदेश देते हैं। सबके साथ सद्भावना, प्यार और स्नेह का संदेश बाँटते हैं। उनके संदेश नदियों में, पहाड़ों में, वृक्षों को, जीव-जंतुओं इत्यादि सबको एक समान प्राप्त होता है। प्रकृति का संदेश है कि सभी जीव मिलजुल कर रहें। आपस में सद्भावना का भाव रखें। नदी का जल समान भाव से सबके साथ बंटे। पर्वतों का अमूल्य खजाना सबके लिए उपलब्ध हो। वृक्षों के मीठे फल सभी मिलकर खाएं। अपने परिवेश को स्वच्छ साफ और पर्यावरण को प्रदूषण रहित रखें।