A) pravasi pakshiyo ko dekhkar hame kya samajh aata hai?
B) Kavi ke anusar pravasi pakshi kya sandesh dete hai?
प्रिय मित्र!
हम एक बार में सभी प्रश्नों के उत्तर नहीं दे सकते हैं। आप अपने प्रश्न पुनः पूछ सकते हैं।
प्रवास का अर्थ है एक स्थान से दूसरे स्थान की यात्रा करना। प्रवासी पक्षी नए स्थान पर कई दिनों की यात्रा करने के पश्चात पहुंचते हैं। नए स्थान में पहुंचकर उसे ही अपना घर मानते हैं। वह बिना किसी परेशानी या रोक-टोक के एक देश से दूसरे देश आते-जाते रहते हैं। इसलिए ये भगवान द्वारा दिए गए एकता के सन्देश को पूरे विश्व में फैला रहे हैं। इसका अभिप्राय है कि मनुष्य ने देश व धर्म के नाम पर स्वयं को टुकड़ों में विभाजित कर लिया है जिसके कारण वह उनके एकता के संदेश को नहीं समझ पाएगा। पक्षी मनुष्य की भांति पृथ्वी को बाँटे हुए नहीं हैं बल्कि वह सबके साथ समान रूप से एक-सा व्यवहार करते हैं। पक्षी दूसरे देश जाकर रहता है, पेड़ों का आश्रय लेता है। उनके लिए सब एक ही हैं। अतः यह तो वही समझ सकता है जो उनकी ही भांति समान व्यवहार करते हो।
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प्रवास का अर्थ है एक स्थान से दूसरे स्थान की यात्रा करना। प्रवासी पक्षी नए स्थान पर कई दिनों की यात्रा करने के पश्चात पहुंचते हैं। नए स्थान में पहुंचकर उसे ही अपना घर मानते हैं। वह बिना किसी परेशानी या रोक-टोक के एक देश से दूसरे देश आते-जाते रहते हैं। इसलिए ये भगवान द्वारा दिए गए एकता के सन्देश को पूरे विश्व में फैला रहे हैं। इसका अभिप्राय है कि मनुष्य ने देश व धर्म के नाम पर स्वयं को टुकड़ों में विभाजित कर लिया है जिसके कारण वह उनके एकता के संदेश को नहीं समझ पाएगा। पक्षी मनुष्य की भांति पृथ्वी को बाँटे हुए नहीं हैं बल्कि वह सबके साथ समान रूप से एक-सा व्यवहार करते हैं। पक्षी दूसरे देश जाकर रहता है, पेड़ों का आश्रय लेता है। उनके लिए सब एक ही हैं। अतः यह तो वही समझ सकता है जो उनकी ही भांति समान व्यवहार करते हो।